Sustain Humanity


Saturday, August 15, 2015

करीब दो सप्ताह पहले हडमें दोपहर में घर में अपने पिता के साथ बैठ कर खाना खा रही थी तभी पुलिस आयी हडमें के पिता शोर सुन कर उठ कर देखने के लिए घर से बाहर निकले पुलिस ने हडमें के पिता को गोली मार दी हडमें के पिता मर गए पुलिस ने अपनी बहादुरी दिखाने के लिए मीडिया को बुलाया पुलिस ने कहा कि हडमें का पिता नक्सलवादी था जिसे पुलिस ने भयानक मुठभेड़ के बाद मारा है लेकिन हडमें ने मीडिया के सामने कहा मेरे पिता को पुलिस ने घर के सामने मारा है



इस बच्ची का नाम हडमें है
हडमें की उम्र आठ साल है
हडमें के गाँव का नाम नहाडी है
करीब दो सप्ताह पहले हडमें दोपहर में घर में अपने पिता के साथ बैठ कर खाना खा रही थी
तभी पुलिस आयी
हडमें के पिता शोर सुन कर उठ कर देखने के लिए घर से बाहर निकले
पुलिस ने हडमें के पिता को गोली मार दी
हडमें के पिता मर गए
पुलिस ने अपनी बहादुरी दिखाने के लिए मीडिया को बुलाया
पुलिस ने कहा कि हडमें का पिता नक्सलवादी था
जिसे पुलिस ने भयानक मुठभेड़ के बाद मारा है
लेकिन हडमें ने मीडिया के सामने कहा मेरे पिता को पुलिस ने घर के सामने मारा है
किसी ने हडमें की बात नहीं सुनी
हडमें अब दिल्ली आयी है
हडमें इस देश के सभ्य नागरिकों से अपने लिए इन्साफ मांगने आयी है
देखते हैं यह देश कितना सभ्य है
बच्चे ऐसे ही तो सीखते हैं सभ्यता के पाठ
किताबों में भारत की महान सभ्यता की कहानियों से भला कौन भारत के बारे में जान पाता है ?
भारत के आदिवासी भारत की महान सभ्यता अहिंसा और दयालुता के बारे में ऐसे ही तो जान पायेंगे

No comments:

Post a Comment