कैसे नहीं दोगे जमीन,देखते नहीं कि सड़कों पर उतरने लगे हैं युद्धक विमान कि झीलों और समुंदरों की गहराइयों से मौसम की जमीं पर होने लगी है अग्निवर्षा
जहां इंसानों की जिंदगी पर एक मूर्ति भारी हो, वहां सत्ता प्रतिष्ठान की नीयत साफ समझ में आती है
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