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Thursday, August 6, 2015

Kamal Joshi · बदरा ने जब दस्तक दी तो ... खेतों ने आँचल फैलाया बूंदों ने फिर देखो तो ये कैसा है माहौल बनाया..


बदरा ने जब दस्तक दी तो ...
खेतों ने आँचल फैलाया
बूंदों ने फिर देखो तो ये 
कैसा है माहौल बनाया..


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मेरे शहर में रात...मेरी खिड़की से...!
कुछ है जो रात को भी जगता है...




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