कैसे नहीं दोगे जमीन,देखते नहीं कि सड़कों पर उतरने लगे हैं युद्धक विमान
कि झीलों और समुंदरों की गहराइयों से मौसम की जमीं पर होने लगी है अग्निवर्षा
Tuesday, July 28, 2015
अगर इस पृथ्वी पर युयत्सा न होती , तो कलाम जैसा मेधावी , समर्पित और निष्ठावान विज्ञानी पानी को बचाने और बढ़ाने अथवा ओजोन परत की छीजत रोकने के उपाय ढूंढता । लेकिन हम युद्ध पिपासुओं ने उन्हें और उन जैसे कईयों को मारक आयुधों के निर्माण में झोंक दिया । धिक्कार है हमें । गाय को कुकर की तरह कटखना बना देते हैं हम । और ऑक्सीजन को ज़हरीली गैसों में बदलते हैं । सचमुच हम भस्मासुर हैं ।
अगर इस पृथ्वी पर युयत्सा न होती , तो कलाम जैसा मेधावी , समर्पित और निष्ठावान विज्ञानी पानी को बचाने और बढ़ाने अथवा ओजोन परत की छीजत रोकने के उपाय ढूंढता । लेकिन हम युद्ध पिपासुओं ने उन्हें और उन जैसे कईयों को मारक आयुधों के निर्माण में झोंक दिया । धिक्कार है हमें । गाय को कुकर की तरह कटखना बना देते हैं हम । और ऑक्सीजन को ज़हरीली गैसों में बदलते हैं । सचमुच हम भस्मासुर हैं ।
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