कैसे नहीं दोगे जमीन,देखते नहीं कि सड़कों पर उतरने लगे हैं युद्धक विमान कि झीलों और समुंदरों की गहराइयों से मौसम की जमीं पर होने लगी है अग्निवर्षा
খা কপাল .......... গগৈদেউ এ বাৰু কি খন আৰম্ভ কৰিছে । জহনীত যোৱা বুলি কব পাৰি দেখোন এইদালক ........
No comments:
Post a Comment