Sustain Humanity


Tuesday, August 18, 2015

Nityanand Gayen Yesterday at 12:34am · Edited · जानकार यह गुनाह करना चाहता हूँ मैं तुमसे प्यार करना चाहता हूँ ... ओ... धरती कितना खुश होता हूँ मैं तुम्हारे साथ !



जानकार यह गुनाह करना चाहता हूँ
मैं तुमसे प्यार करना चाहता हूँ ...
ओ... धरती
कितना खुश होता हूँ मैं तुम्हारे साथ !

No comments:

Post a Comment