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Friday, October 23, 2015

अपील कृपया एकजुट हो...(please share this post) छात्र विरोधी संगठनों पर्दाफाश हो रहा है..फेलोशिप के मुद्दे पर UGC पर धरना कर रहे aisa के साथियों को ABVP के गुंडों ने गलियां और धमकियां दीं। AVBP जो अपने को छात्र संगठन कहता है, छात्र विरोधी फैसलेनके बावजूद स्मृति ईरानी का पक्ष ले रहा है,,, UGC द्वारा नॉन-नेट फ़ेलोशिप पर किये गए फैसले को वापस लिए जाने की “अफवाहें” लगातार फैलाई जा रहीं हैंl ये “अफवाहें” एक साजिश है जो की छात्रों को भ्रमित करने के लिए की जा रही है और दिल्ली में आन्दोलन कर रहे छात्रों को कल विरोध प्रदर्शन के लिए बुरी तरह पीटा भी गया है l अपनी एकजुटता बनाएं रखें और अपने हक के लिए छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाएंl


Kumar Gaurav with Shrimant Jainendra and 11 others

अपील कृपया एकजुट हो...(please share this post)

छात्र विरोधी संगठनों पर्दाफाश हो रहा है..फेलोशिप के मुद्दे पर UGC पर धरना कर रहे aisa के साथियों को ABVP के गुंडों ने गलियां और धमकियां दीं। AVBP जो अपने को छात्र संगठन कहता है, छात्र विरोधी फैसलेनके बावजूद स्मृति ईरानी का पक्ष ले रहा है,,,

UGC द्वारा नॉन-नेट फ़ेलोशिप पर किये गए फैसले को वापस लिए जाने की "अफवाहें" लगातार फैलाई जा रहीं हैंl ये "अफवाहें" एक साजिश है जो की छात्रों को भ्रमित करने के लिए की जा रही है और दिल्ली में आन्दोलन कर रहे छात्रों को कल विरोध प्रदर्शन के लिए बुरी तरह पीटा भी गया है l 
अपनी एकजुटता बनाएं रखें और अपने हक के लिए छात्र विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाएंl


Kumar Gaurav's photo.


मैदान छोड़ना नहीं, पीठ दिखाना नहीं, फासीवाद हारने लगा है!
देश को जोड़ लें,दुनिया जोड़ लें,कोई अकेला भी नहीं है!
दाभोलकार,पनसारे और कलबुर्गी के हत्यारे,बाबरी विध्वंस,भोपाल गैस त्रासदी.देश विदेश दंगों और आतंकी हमलों,सिखों के नरसंहार,गुजरात के दंगों,सलवा जुड़ुम और आफस्पा,टोटल प्राइवेटेजाइशेन,टोटल विनिवेश,टोटल एफडीआी के सौदागर तमाम हारने लगे हैं,हमारा यकीन भी कीजिये।


जिनने इस महादेश को कुरुक्षेत्र के मैदान में तब्दील कर दिया जो धर्म कर्म के नाम असत्य और अधर्म,अहिंसा और भ्रातृत्व के बदले हिंसा और नरसंहार,विश्वबंधुत्व के बदले  हिंदुत्व का ग्लोबल एजंडा और भारत तीर्थ की विविधता,वैचित्र्य के बदले गैरहिंदुओं के सफाये से देश को हिंदू बनाने के उपक्रम से कृषि,व्यवसाय और उद्योगधंधों की हत्या करके विदेशी पूंजी और विदेशी हितों के दल्ला बनकर महान  भारत देश की हत्या का राजसूय यज्ञ का आयोजन कर रहे थे। बाबुलंद ऐलानिया जिहाद जो  छेड़े हुए थे राष्ट्र के विवेक,सत्य, अहिंसा,न्याय,शांति समानता के बदले समरस मृत्यु उत्सव के नंगे कार्निवाल में हर मनुष्य को बंधुआ कंबंध बनाने के लिए हिंदू राष्ट्र के नाम पर। अंध राष्ट्रवाद के उन्मादी मुक्तबाजारी आवाहन के साथ।गौर से देख लो भइये,उनके रथ के पहिये धंसने लगे हैं।

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