Sustain Humanity


Saturday, January 9, 2016

अलविदा चन्द्र सिंह 'राही' मेरे लोक गायक। 'हिल्मा चांदी को बटन' और 'स्वर्गतारा ज्युन्याली रात' व 'बाना हो रँगीली बाना धुर आये बांज कटान' हमेशा याद रहेगा। उत्तराखंड की लोक गायन की हर विधा के जानकार थे आप। आपकी आवाज का खिलमुक्ता पन ही पहचान थी आपकी। नमन

Anil Karki
4 hrs
अलविदा चन्द्र सिंह 'राही' मेरे लोक गायक। 'हिल्मा चांदी को बटन' और 'स्वर्गतारा ज्युन्याली रात' व 'बाना हो रँगीली बाना धुर आये बांज कटान' हमेशा याद रहेगा। उत्तराखंड की लोक गायन की हर विधा के जानकार थे आप। आपकी आवाज का खिलमुक्ता पन ही पहचान थी आपकी। नमन

No comments:

Post a Comment