Sustain Humanity


Sunday, October 4, 2015

राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने पूना में मनाई 1965 युद्ध की गोल्डन जुबली

राष्ट्रीय सैनिक संस्था ने पूना में मनाई 1965 युद्ध की गोल्डन जुबली

01 अक्टूबर 2015, आचार्य अतरे नाट्य गृह, पीम्परी, पूना, महाराष्ट्र :-  आज यहां राष्ट्रीय सैनिक संस्था और मार्शल कैडेट फोर्स ने 1965 के भारत पाकिस्तान युद्ध की गोल्डन जुबली मनाई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महाराष्ट्र सरकार के उद्योग मंत्री माननीय श्री सुभाष दुसाई ने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले सिपाहियों के परिवारों को सम्मान देना चाहिए।

राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने बताया कि पिछले 400 वर्षो में 1965 का पहला युद्ध था जिसमें भारत की जीत प्रारम्भ हुई। युद्ध विराम यदि दो दिन और न होता तो लाहौर हमारे कब्जे में होता क्योंकि हमारे पास 86 प्रतिशत गोला बारूद बचा हुआ था।

मिलिटरी बैंड ने 1965 के 54 सिपाहियों का स्वागत किया। 300 एनसीसी कैडट ने मार्च पास्ट किया। 

राष्ट्रीय सैनिक संस्था के गुजरात प्रदेश के अध्यक्ष एयर कमोडोर सुरेन्द्र सिंह त्यागी, महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष गौरव सेनानी व्ही.आर. जाधव, महाराष्ट्र की महिला बिग्रेड की प्रदेश अध्यक्षा श्रीमती स्निग्धा कदम, विदर्भ के युवा कमाण्ड के अध्यक्ष पंकज असाटी, ब्रिगेडियर दिवाकर पराजये, कैप्टन जयंत सरजामे, कैलाश ओहाल, भाल चन्द्र वालुंज, प्रो. नितिन बानगुडे, श्रीमती नीला भट्टा, ओमप्रकाश पेठे, श्रीमती सुजाता पालांडे, विलास चाम्बे, श्री संजय आहेर, श्री रवि सुरे आदि ने अमर जवान ज्योति पर रीथ (पुष्प मालाएं ) अर्पित की।

राष्ट्रीय सैनिक संस्था के पूना इकाई के अध्यक्ष देशभक्त श्री प्रताप भोंसले और देशभक्त जयवन्त दिनकर भोंसले ने आज के कार्यक्रम का मुख्य रूप से ताना बना बुना और सफल संयोजन किया। संचालन श्री श्रमिक गोजम गुंडे ने किया। 

इस अवसर पर मराठों ने ''जय हिन्द'' बोलने और बुलवाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के कुछ छायाचित्र एवं मीडिया रिपोर्ट संलग्न है। 


HQ: Rashtriya Sainik Sanstha
133 B, Model Town East, Ghaziabad
0120-2717031

--
Pl see my blogs;


Feel free -- and I request you -- to forward this newsletter to your lists and friends!

No comments:

Post a Comment