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Wednesday, July 22, 2015

नान घोटाला को लेकर रमन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश

नान घोटाला को लेकर रमन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश


रायपुर !   नान घोटाला को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस के सदस्यों ने दूसरे दिन भी विधानसभा में जमकर हंगामा किया। प्रश्नकाल शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव व भूपेश बघेल द्वारा सोमवार को भाजयुमो कार्यकर्ता द्वारा उनके साथ किए गए अभद्र व्यवहार व नाम पट्टिका पर कालिख पोतने की घटना को नान से जोडक़र काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा करने की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सत्तापक्ष के इशारे पर उन्हें डराया-धमकाया जा रहा है। इस पर सत्तापक्ष के मंत्रियों ने आपत्ति की। इसके बाद आरोप-प्रत्यारोप व नारेबाजी का दौर शुरू हो गया। गृहमंत्री ने इस मामले में सरकार की ओर से सदन में बयान भी दिया, उनके जवाब से कांग्रेसी संतुष्ट नहीं हुए। प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद कांग्रेस सदस्यों ने दुबारा इस मामले का जिक्र करते हुए नान मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने मांग की। दोनों पक्षों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप व नारेबाजी के चलते सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। कार्रवाई दुबारा शुरू होने पर मुख्यमंत्री, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व विधानसभा अध्यक्ष ने विवाद टालने का प्रयास किया। भविष्य में कोई भी राजनैतिक दल किसी भी नेता के यहां प्रदर्शन नहीं करेगा। इस आशय का संकल्प सदन में पारित करने का आग्रह किया। भूपेश बघेल व नेता प्रतिपक्ष ने उनके प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया कि उन्हें सरकार पर भरोसा नहीं है। इसी के साथ टीएस सिंहदेव ने रमन सिंह सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया, जिससे सत्तापक्ष भौंचक रह गया।
मंगलवार को प्रश्नकाल शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने नेता प्रतिपक्ष व टीएस सिंहदेव के साथ किए गए दुव्र्यवहार व भूपेश बघेल
के निवास पर लगे नेम प्लेट पर कालिख पोतने का मामला उठाया। सत्यनारायण शर्मा ने कहा- पुलिस ने भाजयुमो कार्यकर्ताओं को वहां तक जाने दिया। धनेन्द्र साहू ने कहा- यह प्रजातंत्र पर कालिख घटना है। जब यहां विधायक ही सुरक्षित नहीं है, तो कौन विधानसभा में अपनी बात रखेगा। आसंदी ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे प्रश्नकाल चलने दें, इसके बाद विचार कर सकते हैं। भूपेश बघेल ने कहा, निवास पर पत्थरबाजी सरकार के संरक्षण में की गई है। उन्होंने नान मुद्दे पर चर्चा कराने का आग्रह किया। आसंदी ने नियम प्रक्रियाओं का हवाला देते हुए कहा, बाद में चर्चा करा लेंगे। इसके बाद प्रश्नकाल सुचारू रूप से चला।
प्रश्नकाल समाप्त होते ही सत्यनारायण शर्मा ने स्थगन प्रस्ताव पर पुनर्विचार का आग्रह करते हुए कहा- वे नान मामले में सरकार की खामियों को उजागर करना चाहते हैं। धनेन्द्र साहू व भूपेश बघेल ने कहा- सोमवार को भाजयुमो कार्यकर्ताओं द्वारा नान घोटाले से ध्यान हटाने कार्रवाई की गई। हमें डराया-धमकाया जा रहा है। इसके बाद गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने सोमवार को भाजयुमो व कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा की गई घटना पर बयान दिया। गृहमंत्री ने आश्वासन दिया कि इस प्रकार की घटना होती है तो दोषियों के विरूद्ध चाहे वे किसी भी दल से जुड़े हों उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि पुलिस स्वयं भाजयुमो कार्यकर्ताओं को लेकर उनके घर तक गई थी। वहीं कांग्रेसियों को दो किलोमीटर दूर ही रोक लेती है। यह दोहरा चरित्र है। मंत्री राजेश मूणत व अजय चंद्राकर ने बघेल की बातों पर आपत्ति की। इसके बाद दोनों ओर से हंगामा शुरू हो गया। दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप भी लगाए।
कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा यह गंभीर मामला है। इस परंपरा की शुरूआत काफी पहले हो गई थी। मंत्रियों-नेताओं के घरों के बाहर प्रदर्शन हो रहे हैं। यह परंपरा बंद होनी चाहिए। कल की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा वे इसके लिए खेद व्यक्त करते हैं। किसी भी मंत्री-विधायक के घरों पर प्रदर्शन नहीं होना चाहिए। इस आशय का संकल्प लाना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने इस संकल्प को उचित बताते हुए कहा सदन सहमत हो तो आसंदी की ओर से संकल्प लाया जाए। भूपेश बघेल ने बृजमोहन की बात का स्वागत करते हुए कहा हम भी घेराव करने जाते हंै तो सूचना देकर जाते हैं, लेकिन सोमवार को पुलिस स्वयं भाजयुमो को लेकर गई थी। पुलिस पर कालिख पोती तब उन्होंने डंडा चलाया। सत्ता प्रमुख के निर्देश पर हो रहा यह दुभाग्यपूर्ण है। उन्होंने घटना के लिए सदन के नेताओं को जिम्मेदार बताया। इस पर फिर अजय चंद्राकर व शिवरतन शर्मा के साथ भूपेश की तीखी बहस हुई। अध्यक्ष के प्रस्ताव को भूपेश बघेल ने यह कहकर खारिज कर दिया कि उन्हें सरकार पर विश्वास नहीं है। इसके बाद पुन: दोनों पक्षों की ओर से जवाबी नारेबाजी शुरू हो गई। हंगामा होते देख सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। कार्रवाई पुन: शुरू होते ही धनेन्द्र साहू ने नान मामले में स्थगन पर चर्चा कराने मांग की। उन्होंने कहा इन घोटालों को दबाने की कोशिश की जा रही है। इसलिए हमारे नेताओं पर जानलेवा हमला किया गया। कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा स्थगन पर आसंदी ने व्यवस्था दी है। किसी अन्य तरीके से इस पर चर्चा करा सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव ने कहा सत्तापक्ष के मन में सच्ची भावना नहीं है। वे पटाक्षेप नहीं चाहते है। नान घोटाले को लेकर भाजपा कार्यकर्ता भूपेश बघेल के घर रिवाल्वर लेकर धमकाने आते हंै। पुलिस ने घटना होने दिया। उनके जिम्मेदार पदाधिकारी इस तरह का कृत्य करते हैं, तो ऐसी बातें होगी। उन्हें अब सरकार पर विश्वास नहीं है, इसलिए वे अविश्वास प्रस्ताव पेश करते हैं।
इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए : मुख्यमंत्री
नेता प्रतिपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा- सदन सहमत है कि किसी दल के नेता पर इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए। इस मामले को समाप्त करने मंत्री बृजमोहन ने पहल की है। गृहमंत्री ने जवाब दिया है कि दोनों पक्षों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। मामला समाप्त करने हमने पहल की है।
भूपेश की अमर को चुनौती
मंत्री अमर अग्रवाल ने कहा कि बिलासपुर स्थित उनके निवास पर कांग्रेसियों ने प्रदर्शन किया था। उनका कहना था कि भूपेश बघेल का फरमान है। इस पर चुनौती देते हुए श्री बघेल ने कहा- वे प्रमाणित कर दें तो वे सदन छोड़ देंगे अन्यथा वे सदन छोड़ दें।
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