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Monday, July 27, 2015

Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna मैं 30 साल पहले फ़िल्म देखना छोड़ चूका हूँ ।लेकिन आज फिर इस पतंग उड़ाऊ ने मूड ऑफ कर दिया । यह न सिर्फ मुस्लिम समाज अपितु सम्पूर्ण भारतीय जाति पे बोझ है । लानत है बे तुझ पे

प्रसंगवश
-------Rajiv Nayan Bahuguna Bahuguna


अब पता चल रहा है कि प्रकरण क्या है । आज से कोई बीस साल पहले जोधपुर में कृष्ण मृगों का शिकार के एक अपराधी को कवर करने मैं जोधपुर पंहुचा । अभियुक्त ने मेरे कैमरामैन को ठेल दिया । मैं उस वक़्त जवान बट स्लिम था । ( आज भी हूँ ) । मैंने कहा - ओये , मैं पत्रकार बाद में हूँ , पर्यावरण प्रहरी पहले । चल तू मुझसे नज़रें मिला । " वह सकते में आकर हट गया । 
वर्षो बाद उसने मुझे फेस बुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी । मैंने उसकी फ़ोटो चट से पहचान कर इनबॉक्स प्रश्न किया - क्यों बे याद है वह जोधपुर की दुपहर ? तब पता चला कि वह एक्टर है , और उसका फ़ोटो कई लौंडे लगाते हैं खुद की प्रोफाइल पिक की जगह । और रुड़की के किसी लौंडे ने उसका प्रोफाइल पिक लगा कर मुझे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी थी ।
मैं 30 साल पहले फ़िल्म देखना छोड़ चूका हूँ ।लेकिन आज फिर इस पतंग उड़ाऊ ने मूड ऑफ कर दिया । यह न सिर्फ मुस्लिम समाज अपितु सम्पूर्ण भारतीय जाति पे बोझ है । लानत है बे तुझ पे

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